Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल पर अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरते हुये कहीं ये बड़ी बात
महिला आरक्षण बिल पर अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा, उठाए कई सवाल, कहा- झूठ बोलने की जरूरत क्या थी
Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल पर अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरते हुये कहीं ये बड़ी बात
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश यादव ने पोस्ट किया, उन्होंने लिखा- नयी संसद के पहले दिन ही भाजपा सरकार ने ‘महाझूठ’ से अपनी पारी शुरू करी है।
Women Reservation Bill: महिला आरक्षण विधेयक यानी नारी शक्ति वंदन अधिनियम पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सपा नेता ने कहा है कि बीजेपी ने इस मुद्दे पर ‘महाझूठ’ बोला है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश यादव ने पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- नयी संसद के पहले दिन ही भाजपा सरकार ने ‘महाझूठ’ से अपनी पारी शुरू करी है।
नयी संसद के पहले दिन ही भाजपा सरकार ने ‘महाझूठ’ से अपनी पारी शुरू करी है।
जब जनगणना और परिसीमन के बिना महिला आरक्षण बिल लागू हो ही नहीं सकता, जिसमें कई साल लग जाएँगे, तो भाजपा सरकार को इस आपाधापी में महिलाओं से झूठ बोलने की क्या ज़रूरत थी। भाजपा सरकार न जनगणना के पक्ष में है न…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 20, 2023
‘बिना जनगणना और परिसीमन के कैसे…’
सपा नेता ने लिखा- जब जनगणना और परिसीमन के बिना महिला आरक्षण बिल लागू हो ही नहीं सकता, जिसमें कई साल लग जाएँगे, तो भाजपा सरकार को इस आपाधापी में महिलाओं से झूठ बोलने की क्या ज़रूरत थी। भाजपा सरकार न जनगणना के पक्ष में है न जातिगत गणना के, इनके बिना तो महिला आरक्षण संभव ही नहीं है।
पूर्व सीएम ने लिखा- ये आधा-अधूरा बिल ‘महिला आरक्षण’ जैसे गंभीर विषय का उपहास है, इसका जवाब महिलाएं आगामी चुनावों में भाजपा के विरूद्ध वोट डालकर देंगी।
मायावती ने क्या कहा?
उधर, बहुजन समाज पार्टी ने भी केंद्र से इस विधेयक पर अपनी मांगे रखी हैं। एक प्रेस वार्ता में मंगलवार को बसपा चीफ ने कहा कि नये संसद भवन में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का बिल लाया जा रहा है जिसके पक्ष में बी.एस.पी. को पूरी उम्मीद है कि इस बार यह महिला आरक्षण बिल जरूर पास हो जायेगा, जो कि यह अभी तक काफी लम्बे अरसे से लटका हुआ है।
उन्होंने कहा कि वैसे देश की महिलाओं को लोकसभा व राज्य की विधानसभाओं में आरक्षण 33 प्रतिशत देने की बजाय यदि उनकी आबादी को भी ध्यान में रखकर 50 प्रतिशत दिया जाता है तो इसका हमारी पार्टी पूरे तहेदिल से स्वागत करेगी, जिसके बारे में भी सरकार को जरूर सोच-विचार करना चाहिए।