प्लांट पैथोलॉजी में करियर कैसे बनाये, Plant Pathology Me Career Kaise Banaye
प्लांट पैथोलॉजी क्या है जानिए करियर के बेहतर विकल्प क्या है
प्लांट पैथोलॉजी में करियर कैसे बनाये, Plant Pathology Me Career Kaise Banaye: पेड़-पौधे के अधिक होने से हमारा वातावरण शुद्ध व स्वस्थ रहता है, और पेड़-पौधों से हमें जीवित रहनें के लिए आक्सीजन मिलती है, पेड़-पौधे भी मनुष्यों और जानवरो की भांति संक्रामक रोगों से प्रभावित होते है, पेड़-पौधों को संक्रामक रोगों से बचानें के लिए प्लांट पैथोलॉजी के अंतर्गत बताया जाता है, वर्तमान समय में इस क्षेत्र में जानकारों तथा विशेषज्ञों की मांग अधिक है, जिसके कारण आप इस क्षेत्र में अपनी रूचि के अनुसार अपना बेहतर करियर बना सकते है, आप प्लांट पैथोलॉजी में करियर कैसे बना सकते है? इसकी सम्पूर्ण जानकारी आपको इस पोस्ट मे विस्तार से बताई गई है।
प्लांट पैथोलॉजी में करियर कैसे बनाएं
फिथोपैथोलॉजी’ को ही सामान्यत: प्लांट पैथोलॉजी कहा जाता है, जो की एक प्रकार का वैज्ञानिक अध्ययन होता है, इसमें पौधों को स्वस्थ और अधिक विकसित करने का प्रयास किया जाता है, और उनको परीक्षण के दौरान उनके रोंगो को पता किया जाता है, रोग पता होने के बाद उनके उपचार के लिए दवाओं का रिसर्च किया जाता है। पौधों में रोग पर्यावरण की स्थिति व संक्रामक जीवों द्वारा होता है, विभिन्न प्रकार के जीवों में कई प्रकार के रोग होते है, वह जीव पौधों के संपर्क में आते ही वही रोग पौधों में हो जाता है, इस कारण से प्लांट पैथोलॉजी में जीवों में होने वाली बीमारियों का भी अध्ययन कराया जाता है, जिससे पौधों में होने वाले रोगों का समय पर निवारण किया जा सके।
प्लांट पैथोलॉजी में करियर बनाने के लिए शैक्षणिक योग्यता
अभ्यर्थी को बारवीं की परीक्षा फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बॉयोलॉजी के साथ न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य है, इस कोर्स में चयन प्रवेश परीक्षा व मेरिट के आधार पर होता है, आप इस क्षेत्र में स्नातक के बाद मास्टर्स और डॉक्टरेट डिग्री प्राप्त करने का अवसर उपलब्ध रहता है, आप इस क्षेत्र में वैज्ञानिक या विशेषज्ञ बननें के लिए एन्टोमोलॉजी, नेमाटोलॉजी और वीड साइंस आदि से कोर्स कर सकते है, भारत में इस प्रकार के अनेक एग्रीकल्चरल विश्वविद्यालय हैं, जो प्लांट पैथोलॉजी में स्नातक, परास्नातक कोर्स करवाते है।
प्लांट पैथोलॉजी का महत्व
पेड़-पौधों में जीवाणु, विषाणु, माइक्रोप्लाज्मा, सूत्रकृमि और जहरीली गैसों के कारण विभिन्न प्रकार के रोग होते है, इन रोग के कारण खाद्य व रेशेदार फसले मुख्य रूप से प्रभावित होती हैं, आम जन-जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए यह आवश्यक है, कि पेड़-पौधों को संक्रमति होनें से बचाया जाए, प्लांट प्रोटेक्शन साइंस’ एग्रीकल्चर क्षेत्र की एक शाखा है, इसमें पौधों को स्वस्थ बनाने के लिए सिखाया जाता है।
भारत में महत्वपूर्ण विश्वविद्यालयों तथा संस्थानों की सूची
- चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, हिसार
- सीएसके हिमाचल प्रदेश एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, पालमपुर
- इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
- तमिलनाडु एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, कोयम्बटूर
- सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरिस एजुकेशन, मुंबई
- फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, देहरादून
- पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
- नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल
- गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल एंड टेक्नोलॉजी, पंतनगर
- यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंस, बेंगलुरु
- प्लांट पैथोलॉजी के अंतर्गत मिलने वाले मुख्य जॉब
- रिसर्चर, प्लांट स्पेशलिस्ट, हेल्थ मैनेजर, टीचर, कंसल्टेंट आदि
प्लांट पैथोलॉजी में नौकरी देने वाली प्रसिद्ध कंपनिया या इंस्टीट्यूट
- बॉयोटेक्नोलॉजी फर्म
- बॉयोलॉजिकल कंट्रोल कंपनी
- ग्रीकल्चरल रिसर्च सर्विस
- एग्रीकल्चरल कंसल्टिंग कंपनी
- एग्रोकैमिकल कंपनी
- फॉरेस्ट सर्विस
- एनीमल एंड प्लांट हेल्थ इंसपेक्शन सर्विस
- एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी
- स्टेट डिपार्टमेंट्स ऑफ एग्रीकल्चरल एनवायरमेंटल
- सीड एंड प्लांट प्रोड्क्शन कंपनी
- इंटरनेशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च सेंटर्स
- बॉटेनिकल गार्डन्स
इस पोस्ट मे हमने आपको प्लांट पैथोलॉजी में करियर कैसे बनाये, Plant Pathology Me Career Kaise Banaye इसके लिए योग्यता क्या होनी चाहिए, आदि की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की है उम्मीद है की आपको यह जानकारी जरूर अच्छी लगी होगी। आप करियर से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी पाने के लिए SearchDuniya.In से जुड़ सकते है। अगर आपके मन मे कोई सवाल है तो आप कमेंट करके पुछ सकते है।
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