जयपुर जिले की इन 5 सीटों पर कांटे की है टक्कर, निर्दलीयों से बीजेपी-कांग्रेस को रहना होगा संभलकर
Rajasthan Election 2023
जयपुर जिले की इन 5 सीटों पर कांटे की है टक्कर, निर्दलीयों से बीजेपी-कांग्रेस को रहना होगा संभलकर
Rajasthan Election 2023: राजस्थान की राजधानी जयपुर की 19 में से पांच विधानसभा सीटों पर बड़ा रोचक मुकाबला होने वाला है. इन सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है.
राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को मतदान होगा.जयपुर जिले में 19 विधानसभा की सीटें हैं. जिनमें इस बार पांच सीटें ऐसी हैं, जहां पर मुकाबला देखने लायक हो गया है. एक और जहां कांग्रेस के लिए वापसी की तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है. रोचक बात यह है कि इन पांच सीटों में से कई पर नए चेहरे हैं तो मालवीयनगर विधानसभा सीट पर पुराने चेहरे आमने-सामने हैं. इसलिए इन सीटों पर लड़ाई बहुत टक्कर की हो गई है. कांग्रेस ने इन सीटों पर अपने सभी दिग्गजों को प्रचार के लिए लगा दिया है तो वहीं भाजपा को पीएम नरेंद्र मोदी की रैली से उम्मीद है.
मालवीयनगर में अर्चना और काली में टक्कर
मालवीयनगर विधानसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान विधायक कालीचरण सराफ को टिकट दिया है. तो वहीं कांग्रेस ने डॉ अर्चना शर्मा को सामने से चुनाव लड़ने का अवसर दिया है. यहां पर पिछली बार भाजपा के कालीचरण सराफ को 70,221 और अर्चना शर्मा को 68,517 मत मिले थे. यहां हार-जीत का अंतर मात्र 1700 वोटों का रहा. इस बार यहां पर अर्चना और कालीचरण के बीच कड़ी टक्कर है.
सिविल लाइंस पर प्रताप और गोपाल
सिविल लाइंस विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा ने पत्रकार गोपाल शर्मा को मैदान में उतार दिया है. यहां पर पूर्व भाजपा अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी का टिकट काट दिया गया है. मगर, कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को मैदान में उतारा है. यहां पर भीतरघात की संभावना बताई जा रही है. यहां पर कांग्रेस के लिए चुनौती बड़ी है.
आदर्शनगर में रवि और रफीक खान
आदर्शनगर विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा ने रवि नैय्यर को मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने यहां से रफीक खान को टिकट दिया है. भाजपा ने इस बार नया चेहरा दिया है. लेकिन, पिछले चुनाव की तुलना इस बार यहां पर मुद्दे बदल गए हैं. ऐसे में दोनों दलों के सामने बड़ी मजबूत चुनौती है. कांग्रेस जातिगत समीकरण के सहारे है तो भाजपा पीएम नरेंद्र मोदी की रैली पर भरोसा कर रही है.
झोटवाड़ा में निर्दलीय पर टिकीं नजर
झोटवाड़ा विधानसभा सीट पर इस बार निर्दलीय ने माहौल बदल दिया है. यहां पर बगावत भी चल रही है. दोनों दलों ने अपने चेहरे बदल दिए हैं. इस बार भाजपा और कांग्रेस के लिए चुनौती बढ़ गई है. कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. ऐसे में युवा चेहरे के रूप में यहां पर कांग्रेस ने प्रत्याशी उतारा है.
हवामहल पर तिवाड़ी और बाबा आमने-सामने
हवामहल विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने चेहरे बदल दिए हैं. कांग्रेस ने अपने जिला अध्यक्ष आर आर तिवाड़ी को टिकट दिया है तो भाजपा ने बालमुकुंद आचार्य को मैदान में उतार दिया है. दोनों चेहरे इस सीट पर नए हैं. मगर, जहां कांग्रेस को सीट बचाने की चुनौती है तो वहीं भाजपा को बड़ी जीत की उम्मीद है.