Sri Ram Aarti Lyrics: भगवान श्री राम की आरती और मंत्र जो जीवन खुशियों से भर देंगे
Ayodhya Ram Mandir Aarti, भगवान श्री राम की आरती
Sri Ram Aarti Lyrics: भगवान श्री राम की आरती और मंत्र जो जीवन खुशियों से भर देंगे
Ram Mandir Pran Pratishtha Time: सभी राम भक्तों को उन्हे कई वर्षों की तपस्या का फल मिल रहा है। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ठाठ से अयोध्या के भव्य मंदिर में विराजाने जा रहे हैं। रामलला के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की विधि आज दोपहर 12 बजकर 20 मिनट से शुरू होगी। प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त और मृगशिरा नक्षत्र के शुभ संयोग में होगी। प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 84 सेकंड का रहेगा।
आज 22 जनवरी को, भगवान श्री राम अयोध्या में भव्य मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। पूरे विधि विधान से रामलला की पूजन और भोग अर्पित किया जाएगा। इसके बाद भगवान श्री राम की आरती की जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बिना आरती के कोई भी पूजा पूरी नहीं होती है। अयोध्या के अलावा पूरे देशभर में भगवान श्रीराम की विशेष पूजा आराधना, सुंदराकांड का पाठ, भजन-कीर्तन और आरती की जा रही है।
Sri Ram Aarti Lyrics: भगवान श्री राम की आरती
- श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्।
- नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।
- कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम्।
- पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम्।।
- भजु दीन बंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम्।
- रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ नन्दनम्।।
- सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदारू अंग विभूषणं।
- आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर-धूषणं।।
- इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनम्।
- मम ह्रदय कुंज निवास कुरु कामादी खल दल गंजनम्।।
छंद
- मनु जाहिं राचेऊ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर सावरों।
- करुना निधान सुजान सिलू सनेहू जानत रावरो।।
- एही भांती गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषी अली।
- तुलसी भवानी पूजि पूनी पूनी मुदित मन मंदिर चली।।
।।सोरठा।।
- जानि गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि।
- मंजुल मंगल मूल वाम अंग फरकन लगे।।
भगवान श्री राम की दूसरी आरती
- आरती कीजै श्री रघुवर जी की,
- सत चित आनन्द शिव सुन्दर की॥
- दशरथ तनय कौशल्या नन्दन,
- सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन॥
- अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन,
- मर्यादा पुरुषोत्तम वर की॥
- निर्गुण सगुण अनूप रूप निधि,
- सकल लोक वन्दित विभिन्न विधि॥
- हरण शोक-भय दायक नव निधि,
- माया रहित दिव्य नर वर की॥
- जानकी पति सुर अधिपति जगपति,
- अखिल लोक पालक त्रिलोक गति॥
- विश्व वन्द्य अवन्ह अमित गति,
- एक मात्र गति सचराचर की॥
- शरणागत वत्सल व्रतधारी,
- भक्त कल्प तरुवर असुरारी॥
- नाम लेत जग पावनकारी,
- वानर सखा दीन दुख हर की॥
प्रभु राम के चमत्कारी मंत्र से करें आराधना
सर्वार्थसिद्धि भगवान राम ध्यान मंत्र
- ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम,
- लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम,
- श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः।।
संकट में सहायता के लिए मंत्र
- लोकाभिरामं रणरंगधीरं राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम्।
- कारुण्यरूपं करुणाकरं तं श्रीरामचन्द्रं शरणं प्रपद्ये॥
- आपदामपहर्तारं दातारं सर्वसम्पदाम्।
- लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्।।
ग्रह क्लेश निवारण और सुख संपत्ति दायक मंत्र
- हे रामा पुरुषोत्तमा नरहरे नारायणा केशवा।
- गोविन्दा गरुड़ध्वजा गुणनिधे दामोदरा माधवा॥
- हे कृष्ण कमलापते यदुपते सीतापते श्रीपते।
- बैकुण्ठाधिपते चराचरपते लक्ष्मीपते पाहिमाम्॥
प्रतिदिन प्रभु का स्मरण करने के लिए मंत्र
|| श्री राम जय राम जय जय राम ||
मनोकामना पूर्ति हेतु मंत्र
|| श्री रामचन्द्राय नमः ||
विपत्ति में रक्षा हेतु मंत्र
- राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
- सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।
मुक्ति और प्रभु प्रेम हेतु मंत्र
- नाम पाहरु दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट।
- लोचन निजपद जंत्रित जाहि प्राण केहि बाट।।